क्रोमियम नामक खनिज ग्लुकोज़ सहनशीलता के लिये जाना जाता है Chromium सभी जैविक द्रव्यों में उपस्थित होता है अतः यह आवश्यक खनिज है । वयस्कों के शरीर में Chromium का स्तर ऊँचा होता है वयस्कों के शरीर में इसकी कुल मात्रा 5 मि.ग्रा. से 10 मि.ग्रा. होती है । जैसे-जैसे प्राणी वृद्ध होता है वैसे-वैसे वह शरीर में Chromium को कम रोक पाता है । मानव ऊतकों में इसकी सघनता संसार के विभिन्न भागों में भिन्न-भिन्न होती है, जिसका आधार उनकी खानपान की आदतें तथा पानी में Chromium की मात्रा होते हैं ।

क्रोमियम क्या है (What is Chromium in Hindi):
Chromium एक भूरे-सफेद रंग का धात्विक तत्व होता है । भिन्न भोज्य-पदार्थों में यह किस रासायनिक रूप में उपस्थित है, इसके बारे में अभी तक कम ही ज्ञात है । Chromium के सेवन की अधिकांश मात्रा का अवशोषण नहीं हो पाता तथा इसका मूत्रीय उत्सर्जन भी कम होता है ।
क्रोमियम का शरीर में कार्य:
यह शरीर में विभिन्न कार्यों को निष्पादित करने में सहायक होता है जिनकी लिस्ट कुछ इस प्रकार से है |
- कार्बोहाइड्रेट तथा वसा के पाचन में Chromium महत्त्वपूर्ण योगदान देता है ।
- यह शुगर के पाचन में इंसुलिन के साथ कार्य करता है ।
- यह इंसुलिन के प्रभाव को बढ़ाकर कोशिकाओं में ग्लुकोज़ के संचार को सहायता देता है ।
- तथा रक्त-ग्लुकोज़ के स्तर को बढ़ने नहीं देता ।
- यह प्रोटीन को वहां ले जाने में मदद करता है जहां उसकी आवश्यकता होती है तथा शारीरिक वृद्धि में भी सहायक देता है ।
क्रोमियम के प्रमुख स्रोत:
Chromium के मुख्य भोज्य स्रोत हैं पान के पत्ते, सुपारी तथा सूखे मेवे । इनके अलावा प्रमुख लिस्ट इस प्रकार से है |
अनाज जिनमें क्रोमियम पाया जाता है
- कंगनी
- रागी
- बाजरा
- जौ
- गेहूं
दालें तथा फलियाँ जिनमें क्रोमियम पाया जाता है
- काला चना
- सूखी मटर
- राजमां
- काली सोयाबीन
- सफ़ेद सोयाबीन
- मसूर
- दली उड़द
- अरहर
सब्जियां जिनमे क्रोमियम पाया जाता है
- पान पत्ते
- हरे आम
- घिया
- प्याज
- मूली
- चुकंदर
- अरबी के पत्ते
- सीजन के पत्ते
सूखे मेवे तथा तिलहन जिनमें क्रोमियम पाया जाता है
- कच्ची सुपारी
- काजू
- बादाम
- अखरोट
- राई
- मूंगफली
फल जिनमे क्रोमियम पाया जाता है
- शरीफा
- अनार
- पका टमाटर
- पका हुआ कटहल
- अन्नानास
क्रोमियम की कमी के लक्षण:
Chromium की न्यूनता के कारण ग्लुकोज़ की सहनशीलता में कमी आ जाती है, जिसके कारण मधुमेह या डायबिटिज़ हो सकते हैं । आर्टीरिओस्क्लेरोसिस (arteriosclerorosis) में यह एक संदेहास्पद कारक होता है । किसी-किसी जगह Chromium की कमी का सम्बन्ध प्रोटीन-ऊर्जा कुपोषण से सम्बंधित होता है ।
क्रोमियम के फायदे स्वास्थ्य लाभ:
उच्च रक्तचाप की रोकथाम तथा इलाज के लिये क्रोमियम लाभदायक है । यह मधुमेह के प्रतिरोधन के लिये भी कार्य करता है । अध्ययनों से पता चला है कि क्रोमियम सप्लीमेंट कोलेस्ट्रोल तथा ट्रिग्लीसीराइड स्तरों का नियंत्रण करता है तथा एच. डी. एल. (अनुकूल कोलेस्ट्रोल) को बढ़ाता है । यह देखा गया है कि उन रोगियों जिनमें ग्लुकोज़ की सहनशीलता की कमी होती है विशेषकर प्रोटीन-कुपोषित बच्चों में Chromium सप्लीमेंट देने से ग्लुकोज़ सहनशक्ति में सुधार हुआ है । यह भी दावा किया जाता है कि Chromium सप्लीमेंट से मिर्गी या एपिलेप्सी के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है ।
ध्यान रहे इस खनिज के अत्यधिक सेवन से एक्जीमा (डर्मेटाइटिस) तथा फेफड़ों का कैंसर हो सकता है ।
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