स्तनों की सुन्दरता पर वार्तालाप करना इसलिए जरुरी हो जाता है क्योंकि नारी शरीर का संपूर्ण सौंदर्य उसके उन्नत, पुष्ट और सुडौल स्तनों में समाया होता है । महिलाओं का चेहरा कितना ही सुंदर क्यों न हो, लेकिन यदि स्तन लटके और सिकुड़े हों तो सारा आकर्षण फीका पड़ जाता है । सौंदर्य विशेषज्ञों के अनुसार परफेक्ट-10 फिगर सबसे सही फिगर माना जाता है । परफेक्ट-10 से आशय उस स्थिति से है जिसमे स्तन तथा नितंब की नाप कमर से 10 इंच अधिक होती है । कहने का आशय यह है की स्तनों की सुन्दरता तभी आ पाती है जब इनकी माप कमर से कम से कम दस इंच अधिक हो | और इससे अधिक अंतर तो महिला को हुस्न की परी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ता है | हालांकि यह सत्य है की हर महिला परफेक्ट-10 फिगर नहीं पा सकती, परंतु थोड़े से प्रयास से वह अपना फिगर आकर्षक बना सकती है । इसलिए आज हम इस लेख के माध्यम से स्तनों की सुन्दरता के लिए घरेलू उपचारों से लेकर व्यायाम, स्तनों की समस्याएं एवं इनके स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत तौर पर जानने की कोशिश करेंगे |

स्तनों की सुन्दरता के लिए घरेलू उपचार (Home Made Beauty tips for Breast):
- एक चम्मच सरसों और एक चम्मच अश्वगंधा-दोनों को अच्छी तरह पीस लें । फिर इसमें सरसों का तेल मिलाकर स्तनों पर मालिश करें । सप्ताह में एक बार यह प्रयोग करने से स्तनों की सुन्दरता बरकरार रहती है और स्तन सुडौल होते हैं ।
- एक चम्मच अनार के छिलके का चूर्ण और एक चम्मच माजूफल का चूर्ण-दोनों को पानी में डालकर उबाल लें । ठंडा होने पर इस पानी से स्तनों की धुलाई करें । यह प्रयोग कुछ दिनों तक करने से स्तन सुडौल बनते हैं ।
- एक चम्मच गंभारी की छाल का पाउडर और एक चम्मच अनार के छिलके का पाउडर-दोनों को जैतून के तेल में मिलाकर गाढ़ा लेप बना लें । इस लेप द्वारा स्तनों पर धीरे-धीरे मालिश करें । एक घंटे बाद गुनगुने पानी से साफ कर लें । यह प्रयोग रोजाना करने से स्तन विकसित होते हैं ।
- छोटे स्तनों की सुन्दरता को निखारने के लिए कुंदरू की जड़ को जलाकर राख कर लें । एक चम्मच राख को नारियल के तेल में मिलाकर स्तनों पर मालिश करें । कुछ दिनों तक लगातार यह प्रयोग करने से स्तन बड़े और पुष्ट होते हैं ।
- कासीसादि या श्रीपर्णी तेल स्तनों पर रात्रि में सोते समय नियमित रूप से मलने पर स्तन पुष्ट, सुंदर और बड़े होते हैं ।
स्तनों की सुन्दरता बनाये रखने के लिए क्या करें
- स्तनों की सुन्दरता बनाए रखने के लिए जंक फूड, रिफाइंड फूड, स्वीट, चाय, कॉफी, कोला, सॉफ्ट ड्रिंक, चॉकलेट आदि का अधिक सेवन न करें ।
- ऐसे आहार का सेवन करें जिसमें पशुजन्य चर्बी कम हो ।
- धूम्रपान, शराब, मादक द्रव्य, नींद की गोलियां आदि का नियमित प्रयोग करना स्तनों के स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए हानिकारक है ।
- स्नान करते समय स्तनों पर शॉवर से पानी फेंकें । इससे स्तनों की त्वचा में तेजी से रक्त संचार होगा । परिणामतः टिशुओं को टोन होने में मदद मिलेगी ।
- स्तनों पर ओलिव ऑयल लगाकर उंगलियों को स्तनों पर गोलाई में घुमाएं । फिर धीरे-धीरे गोलाई को कम करते हुए स्तनों के काले भाग तक पहुंचे । यह क्रिया कई बार दोहराएं । इससे स्तनों के आकार में वृद्धि होती है । स्तन नर्म और मुलायम बने रहते हैं ।
- स्तनों की सुन्दरता के लिए नियमित तौर पर रस्सी कूदना, स्वीमिंग तथा मार्निग वाक करें क्योंकि स्तनों के लिए ये सब अच्छे व्यायाम है ।
स्तनों की सुन्दरता के लिए व्यायाम:
- स्तनों को सुडौल बनाने के लिए आराम से जमीन पर बैठ जाएं । दायां हाथ बाएं कंधे के ऊपर से पीठ की ओर ले जाएं । बाएं हाथ को पीछे की ओर ले जाएं । एक दूसरे हाथ को पकड़ लें । भरपूर सांस लें और तनकर बैठ जाएं । फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें । यह क्रिया कई बार करें । इसी प्रकार हाथ को बदलकर करें ।
- स्तनों की सुन्दरता के लिए पीठ के बल लेटकर दोनों बांहों को फैला दें । अब दोनों हथेली पर एकएक ईंट लें । हाथ को धीरे-धीरे सीने की तरफ लाएं, फिर उसी गति में वापस ले जाएं । यह क्रिया 8-10 बार करें ।
- सीधी तनकर खड़ी हो जाएं । पीछे की ओर सहजतापूर्वक झुकें । कुछ देर तक इसी स्थिति में रहें । फिर पहले वाली स्थिति में वापस आ जाएं । यह क्रिया भी कई बार दोहराएं ।
स्तनों की सुन्दरता के लिए ब्रा का चुनाव:
- स्तनों की सुन्दरता बनाए रखने के लिए सही आकार की ब्रा का चुनाव करें ।
- अधिक ढीली ब्रा न पहनें । इससे स्तन लटक जाते हैं ।
- टाइट ब्रा भी न पहनें । टाइट ब्रा पहनने से सांस लेने में दिक्कत होती है ।
- टाइट ब्रा से स्तनों के लसीका तंत्र पर अधिक दबाव पड़ता है जिस कारण तंत्रिकाओं की नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं । इससे कैंसर होने का भय रहता है ।
- ब्रा ऐसी पहनें जो शरीर की त्वचा पर दबाव न डाले । टाइट ब्रा रक्त संचार को भी प्रभावित करती है । ब्रा के कप का आकर स्तन के साइज के अनुसार होना चाहिए ।
- सामान्यतः सूती कपड़े वाली हल्के रंग की ब्रा ही पहनें ।
- नायलॉन, मोटे पैड वाली तथा गहरे रंग की ब्रा न पहनें । इससे स्तन की कोशिकाएं गरम हो जाती हैं । फलतः स्तन कैंसर की संभावना रहती है ।
- स्तनों की सुन्दरता के लिए सोते वक्त ब्रा को उतार दें । अपने स्तनों को खुला छोड़ दें जिससे स्तन की त्वचा को हवा मिल सके ।
स्तनों की सुन्दरता के लिए दूध पिलाने का तरीका:
- कुछ महिलाएं फिगर खराब हो जाने के भय से अपने शिशु को दूध पिलाने से डरती हैं । कृपया ऐसा न करें ।
- अपने शिशु को स्तनपान अवश्य कराएं । स्तनपान कराने से स्तनों की सुन्दरता नहीं बिगड़ती है ।
- अपने शिशु को सही ढंग से स्तनपान करवाना चाहिए अन्यथा स्तन का सौंदर्य बिगड़ जाता है । शिशु को दूध पिलाने का सबसे उचित तरीका यह है कि उसे अपने बगल में लिटाकर दूध पिलाएं । इससे स्तनों पर जोर नहीं पड़ता है ।
- यदि आप शिशु को गोद में लिटाकर स्तनपान करवा रही हों तो अपने हाथों से शिशु के सिर को सहारा देकर थोड़ा-सा ऊपर उठा लें । इससे स्तन पर खिंचाव नहीं पड़ेगा ।
- शिशु को स्तनपान करवाने के बाद स्तन को ताजे पानी से साफ कर लें ।
समय समय पर स्तनों का परीक्षण:
- समय-समय पर स्तनों का परीक्षण करते रहना चाहिए । स्तनों में किसी प्रकार की गांठ या परिवर्तन दिखाई देने पर तुरंत विशेषज्ञ को दिखाएं ।
- स्तन परीक्षण के लिए आप स्वयं अपने हाथों की उंगलियों को स्तन पर घुमाकर देखें कि कहीं कोई गांठ तो नहीं उभर आई है ।
- स्तन परीक्षण के लिए मासिक धर्म समाप्त होने के बाद तीसरा या पांचवां दिन उपयुक्त होता है ।
- अपने हाथों को कमर से सटाकर आईने में स्तनों को गौर से देखें कि गोलाई में कोई परिवर्तन अथवा त्वचा पर कोई अनियमितता तो नहीं है ।
- निप्पल को दबाकर देखें । किसी प्रकार का डिस्चार्ज (रिसाव) तो नहीं हो रहा है । यदि हो रहा है तो शीघ्र ही विशेषज्ञ को दिखाएं ।
स्तनों की आम समस्याएं
स्तनों पर धारियां :
शरीर का वजन अचानक बढ़ जाने या कम हो जाने से स्तन की त्वचा पर धारियां उभर आती हैं । . उपाय : ऐसी स्थिति में विटामिन ‘ए’ और विटामिन ‘ई’ युक्त मॉइस्चराइजर की मालिश अपने स्तनों पर करें।
स्तन पर बाल:
किसी-किसी स्त्री के स्तन या निप्पल के पास बाल उग आते हैं । यह समस्या हार्मोंस असंतुलन की वजह से उत्पन्न होती है । उपाय-विशेषज्ञ की राय लें ।
स्तनों की एलर्जी:
कभी-कभी स्तन की त्वचा पर किसी कारणवश एलर्जी अथवा खुजलाहट हो जाती है जो काफी परेशानदायक होती है ।
उपाय: एलर्जी उत्पन्न होने के कारणों पर ध्यान दें । यह खानपान, दवा, साबुन, सौंदर्य प्रसाधन आदि के कारण हो सकती है । दूसरों के ब्रा, ब्लाउज, टॉवल, साबुन, सूट आदि का इस्तेमाल न करें । अच्छे क्लींजर से त्वचा की सफाई करें । अधिक परेशानी होने पर विशेषज्ञ को दिखाएं ।
निप्पल अंदर की ओर होना:
निप्पल अंदर की ओर धंसे होने की समस्या से भी कुछ महिलाएं पीड़ित होती हैं ।
उपाय : स्तनों पर ओलिव ऑयल या मॉइस्चराइजर लगाकर नियमित रूप से मालिश करके निप्पल को ऊपर उठाने की कोशिश करें । निप्पल को तेजी से बाहर की ओर न खींचें । दूसरा उपाय यह है कि प्लास्टिक की बोतल में खौलता गरम पानी लें । बोतल को ठीक से हिलाकर पानी फेंक दें। फिर इस बोतल के मुंह में निप्पल वाला हिस्सा डालें और दबाकर रखें । ठंडी होने पर बोतल को हटा लें । यह क्रिया 5-7 बार करें । इससे निप्पल बाहर की ओर आ जाते हैं । निप्पल बाहर न आने की स्थिति में सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है ।
निप्पल डिस्चार्ज :
मासिक धर्म के पूर्व या डिलीवरी के बाद स्तन से पीला-सफेद चिपचिपा द्रव्य निकलने लगता है । इसे निप्पल डिस्चार्ज कहते हैं । उपाय-ऐसी स्थिति में विशेषज्ञ को तुरंत दिखाएं ।
नारी सौन्दर्य में स्तनों की सुन्दरता का बेहद महत्वपूर्ण स्थान है इसलिए उपर्युक्त वाक्यों में हमने इसके बारे में विस्तृत जानकारी देने की कोशिश की है | महिलाएं स्तनों की सुन्दरता के लिए इन टिप्स को अपनाकर अपनी सुन्दरता में चार चाँद लगा सकती हैं |
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