गर्भावस्था में सौन्दर्य की बात करना इसलिए बेहद जरुरी हो जाता है की अकसर गर्भवती महिलाओं को लगता है की वे गर्भावस्था के दौरान और बाद में अपनी सुन्दरता को बनाये रख पाने में नाकाम हो सकती हैं ׀ हालांकि विवाहित स्त्री के लिए मां बनना सबसे सुखद क्षण होता है ׀ ऐसे अवसर की वह हर पल प्रतीक्षा करती रहती है । गर्भावस्था में हार्मोनल परिवर्तन होने से कई प्रकार की स्वास्थ्य एवं सौंदर्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं । सामान्यत: गर्भावस्था में सौन्दर्य सम्बन्धी निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं |

गर्भावस्था में सौन्दर्य सम्बन्धी समस्याएं
- गर्भावस्था में चेहरे पर एक प्रकार का रंग उभर आता है जिसे प्रैग्नेंसी मास्क’ कहते हैं । इस कारण चेहरे पर धब्बे, झांइयां, मुंहासे आदि पैदा हो जाते हैं ।
- गर्भावस्था में पेट की त्वचा सूखती है जिससे उस पर खुजली महसूस होने लगती है । खुजलाने पर निशान उभर आते हैं ।
- त्वचा के सूखने तथा झुर्रियां पड़ने की शिकायत हो जाती है ।
- स्तनों के आकार में परिवर्तन होने लगता है ।
- बालों का झड़ना, पतले होना आदि कई समस्याएं हो जाती हैं ।
- गर्भावस्था में सौन्दर्य सम्बन्धी समस्याओं में अगली समस्या यह है की इन दिनों नाखून टूटने या उन पर पपड़ी पड़ने की शिकायत उत्पन्न हो जाती है ।
- दांतों में भी कई प्रकार की समस्याएं दिखाई देती हैं ।
- पेट, वक्ष, कूल्हे, कमर आदि क्षेत्रों में निशान उभर आते हैं ।
गर्भावस्था में सौन्दर्य बनाये रखने के लिए क्या करें
- मां बनने की खुशी में स्वास्थ्य एवं सौंदर्य के प्रति लापरवाही न बरतें ।
- खानपान पर विशेष ध्यान दें । अधिक तेल-मसाले, मिठाई, चॉकलेट बिस्कुट, केक, कोक आदि से परहेज करें ।
- अपने आहार में हरी सब्जियां, ताजे फल, सूखे मेवे, अंकुरित खाद्यान्न, दूध तथा पनीर आदि शामिल करें ।
- सही आकार तथा नाप वाली ब्रा पहनें जो बढ़े हुए स्तनों को सहारा दे ।
- जैसे-जैसे स्तन का आकार बढ़े, वैसे-वैसे ब्रा का साइज बदलती रहें ।
- गर्भावस्था में सौन्दर्य बनाये रखने के लिए क्लींजिंग, टोनिंग, नरिशिंग आदि के जरिये त्वचा की देखभाल करें ।
- गर्भावस्था में स्नान के पूर्व शरीर पर उबटन लगाएं ।
- चेहरे पर दाग-धब्बे दिखाई देने पर उचित ट्रीटमेंट लें ।
- धूप में निकलने पर त्वचा पर सनस्क्रीन क्रीम अवश्य लगाएं ।
- बाहर से लौटने के बाद त्वचा की ठीक से सफाई करें ।
- गर्भावस्था में सौन्दर्य बनाये रखने के लिए बालों की पर्याप्त देखभाल करें । कोई समस्या हो तो उचित ट्रीटमेंट लें ।
- इन दिनों बालों में डाई या कलर न करवाएं ।
- नाखूनों पर नारियल, तिल अथवा जैतून के तेल की मालिश करें जिससे नाखून सुंदर और मजबूत बने रहें ।
- नियमित रूप से दांतों की अच्छी तरह सफाई करें ।
- सुबह शुद्ध हवा में घूमिए । हल्के-फुल्के व्यायाम भी करें ।
- मानसिक तनाव, क्रोध तथा भागमभाग से बचें ।
गर्भावस्था के बाद सौन्दर्य:
मां बनने के बाद अपने को नजरअंदाज न करें । अपने सौंदर्य की देखभाल के लिए कुछ समय अवश्य निकालें ।
- त्वचा की सफाई पर विशेष ध्यान रखें ।
- सप्ताह में दो-तीन बार फेशियल स्क्रब का प्रयोग करें ।
- रात को सोने से पहले त्वचा की सफाई करके इसे पोषित करें ।
- सप्ताह का एक दिन मैनिक्योर तथा पैडिक्योर के लिए रखें ।
- बालों को सही ट्रीटमेंट दें ।
- स्तनों का सौंदर्य बनाए रखने के लिए बच्चे को दूध अवश्य पिलाएं ।
- डिलीवरी के बाद भी खानपान और व्यायाम पर ध्यान रखें वरना मोटापा बढ़ने में देर नहीं लगेगी ।
तीस सालों के बाद सौन्दर्य:
- 30 वर्ष की आयु में युवावस्था जाने लगती है और प्रौढ़ावस्था की ओर कद बढ़ने लगता है । ऐसे दौर से गुजर रही स्त्रियों की यही इच्छा रहती है कि वे 20-22 वर्ष की लगें । यानी उतनी ही सुन्दर और आकर्षक दिखें, जितनी पहले थीं । यदि आप ऐसा चाहती हैं तो नीचे दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों पर अमल करिए । आप वास्तव में 20 वर्षीया युवती ही नजर आएंगी ।
- 30 वर्ष की आयु में गालों एवं आंखों के आसपास बारीक लकीरें पड़ जाने पर चेहरे का आकर्षण कम हो जाता है । ये लकीरें त्वचा में शुष्कता की द्योतक हैं । इनसे बचने के लिए आंखों की विशेष देखभाल करें । सोने से पूर्व रोजाना
- हैं। इनसे बचने के लिए आंखों की विशेष देखभाल करें । सोने से पूर्व रोजाना आंखों का मेकअप फेसवाश या क्लींजिंग मिल्क से साफ करें । प्रतिदिन सुबह और रात को आंखों पर आई क्रीम लगाएं ।
- नियमित रूप से खेलकूद की गतिविधियों में भाग लें । शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए स्विमिंग, स्क्वैश, जॉगिंग एवं टेनिस अवश्य खेलें । खानपान पर विशेष ध्यान रखें । उल्टा-सीधा खाने से वजन पर नियंत्रण करना काफी मुश्किल हो सकता है । इसलिए ऐसा खाएं जो आपको स्वस्थ बनाए रखे । नमक एवं चीनी की अधिकता से बचें । ताजे फल तथा हरी सब्जियां अधिक मात्रा में खाएं । पानी भी खूब पिएं ।
- 30 वर्ष की उम्र में अधिकांश महिलाओं की गर्दन पर लकीरें पड़ जाती हैं जिसका कारण त्वचा का शुष्क होना, वजन बढ़ना, व्यायाम का अभाव होना, दवाओं का अधिक सेवन करना, मॉइस्चराइजर न लगाना तथा सूर्य के प्रभाव में अधिक रहना आदि है । इनसे बचने के लिए अपनी गर्दन पर नियमित रूप से रात को सोने से पहले बढ़िया नाइट क्रीम लगाएं । दिन के समय मॉइस्चराइजर तथा सनस्क्रीन लोशन लगाएं । शरीर में पानी की कमी होना एक गंभीर समस्या है । इस कारण त्वचा शुष्क होने लगती है और उस पर लकीरें पड़ जाती हैं । अतः रात को सोने से पूर्व मेकअप को अच्छी तरह से क्लींजर द्वारा साफ करें । फिर हल्का-सा एस्ट्रिजेंट लगाएं, लेकिन इसे आंखों के आसपास न लगाएं । फिर मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें । धूप से त्वचा की नमी बचाने के लिए सनस्क्रीन लोशन लगाएं । रात को सोने से पूर्व त्वचा पर ओवर नाइट क्रीम का प्रयोग करें । इससे त्वचा में प्राकृतिक नमी का संतुलन बना रहेगा ।
- 30 वर्ष की आयु में चेहरे पर अधिक गहरा मेकअप न करें । गहरा मेकअप अस्वाभाविक लगेगा । चेहरे पर हल्का-सा मॉइस्चराइजर एवं फाउंडेशन लगाएं । न्यूट्रल शेड्स वाले लाइट आई शैडो का प्रयोग करें । गालों पर हल्के शेड का ब्लशर लगाएं । होंठों पर मैचिंग लिपस्टिक लगाने के बाद हल्का-सा लिप ग्लास भी लगाएं । रात के समय आप थोड़ा गहरा मेकअप कर सकती हैं । मुंह के आसपास पड़ी लकीरें दूर करने के लिए लिपफिक्स का उपयोग करें ।
- प्रत्येक माह बाद नियमित रूप से अपने हेयर ड्रेसर के पास जाकर अपने बालों को ट्रिम कराती रहें । अपने बालों के अनुरूप ही शैम्पू और कंडीशनर का प्रयोग करें । यदि आपके बाल शुष्क हों तो बालों में नियमित रूप से कंडीशनिंग करें । बेजान बालों में हेयर मास्क का उपयोग करें । तैलीय बालों को अधिक न बढाएं, बल्कि छोटा हेयर कट अपनाएं जिससे बाल साफ एवं स्वस्थ रहें । इस प्रकार उपर्युक्त बातों को ध्यान में रखकर आप बढ़ती उम्र के प्रभावों से बची रहेंगी । इसके अलावा पहले की तरह सुन्दर और आकर्षक भी दिखाई देंगी ।
उपर्युक्त वाक्य में हमने न सिर्फ गर्भावस्था में सौन्दर्य की बात की है बल्कि गर्भवस्था के बाद एवं तीस के बाद सौन्दर्य को बरकरार रखने के लिए क्या क्या किया जा सकता है विषय पर भी वार्तालाप किया है ।
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